Thursday 13 August 2015

क्षण-क्षण बीता, जीवन बीता

क्षण-क्षण बीता, जीवन बीता
कुछ ना पाया, जीवन रीता...जीवन रीता
बेबुझ पहेली, जीवन शैली
गंगा नहाया, फिर भी मैली
हर-पल मरता, में जीता जीता
क्षण-क्षण बीता, जीवन बीता....
कुछ ना पाया, जीवन रीता...जीवन रीता
धर्म को जाना, धर्म पढ़ा
शास्त्रों को अपने मन से गढ़ा
फिर भी बेबुझ आज तक गीता
क्षण-क्षण बीता, जीवन बीता
कुछ ना पाया, जीवन रीता...जीवन रीता
प्रेम की भाषा, क्या परिभाषा
सीधा रस्ता, ना कोई झांसा
निश्छल, प्यारा खयाल संजीदा
क्षण-क्षण बीता, जीवन बीता
कुछ ना पाया, जीवन रीता...जीवन रीता

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