Friday 9 September 2016

"रक्षा" बंधन पर स्नेह वितरित हुआ




"रक्षा" बंधन पर स्नेह वितरित हुआ
बहनों के आशीष से मन हर्षित हुआ
पूज्य श्री का पावन सानिध्य साथ में
सबकुछ पवित्र अंतर्मन सहित हुआ
"रक्षा" बंधन पर स्नेह वितरित हुआ!!
बहनों की न कोई "मांग" थी,
बस स्नेह पूरित ये छलांग थी
रोली, चन्दन और रक्षा सूत्र था
तृप्ति में डूबी "गीली" आँख थी
भरी कलाई देखकर, मैं भी पुलकित हुआ
"रक्षा" बंधन पर स्नेह वितरित हुआ
श्रद्धामय वातावरण आहा! उदात्त था
मेरे मस्तक पर देखो बहनों का हाथ था
बंद आँखों से सौ सौ प्रणाम किये
हाँ! ये "रक्षा" का पावन मूक संवाद था
स्नेह ही स्नेह था, अहंकार तिरोहित हुआ
"रक्षा" बंधन पर स्नेह वितरित हुआ

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